शिक्षा जीवन की वो पूँजी है जिसे ग्रहण करके व्यक्ति अपने जीवन को एक नई दिशा देता है। आगे निकलने की दौड़ में आज शिक्षा का महत्व और अधिक बढ़ गया है। ऐसे में महंगाई के इस दौर में आमजन का प्राइवेट स्कूल का खर्च उठाना नामुमकिन है। सभी बच्चों को शिक्षा मिले इसे ही ध्यान में रखते हुए प्रदेश के हर जिले, ब्लॉक में राजकीय स्कूलों की व्यवस्था की है। हर साल बजट घोषणानुसार राजकीय विद्यालयों की सुदृढ़ीकरण हेतु राज्य सरकार निर्धारित राशि व्यय करती है। इन राजकीय विद्यालयों को संपूर्ण सुविधाओं से युक्त करने हेतु राज्य सरकार की मदद के लिए समाज से ऐसे कई दानदाता आगे आते हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देकर प्रदेश में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने का काम करते हैं।

राजस्थान में दान देने की परंपरा काफी पुरानी है। राजस्थानियों ने राजस्थान के बाहर बसने के बाद भी प्रदेश की उन्नति एवं विकास हेतु राज्य सरकार की आर्थिक रूप से मदद करने में आगे आए हैं। खासकर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अपना अमूल्य योगदान देने में पिछे नहीं हटे हैं। बहुत से भामाशाहों ने विद्यालय भवनों का निर्माण कर सरकार को समर्पित किये हैं। इसी के साथ ही कई भामाशाहों ने आगे आकर प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से अपना योगदान दिया है।
इसी को ध्यान में रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने राजकीय विद्यालयों को और संभावित दानदाताओं को एक साथ लाने के उद्देश्य के साथ कंपनियों, ट्रस्टों और व्यक्तियों के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ज्ञान संकल्प पोर्टल की शुरुआत कर राजस्थान को शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया है। ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से आमजन शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देकर राजस्थान को एक बेहतर करने में मदद प्रदान करता है। तो आइए विस्तृत रूप में समझे ज्ञान संकल्प पोर्टल को और ये कैसे काम करता है प्रदेश की शिक्षा को बेहतर करने में।
क्या है ज्ञान संकल्प पोर्टल—
ज्ञान संकल्प पोर्टल एक ऐसा सशक्त ऑनलाइन माध्यम है जिसके द्वारा व्यक्तिगत/सीएसआर दाता जुड़कर शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं में आर्थिक रूप से सहायता की जा सकती है। ऐसा करके आमजन भी शिक्षा निधि में अपना अमूल्य योगदान दे सकता है।
ज्ञान संकल्प पोर्टल का उद्देश्य—
ज्ञान संकल्प पोर्टल का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के राजकीय विद्यालयों की आधारभूत संरचना का सुदृढ़ीकरण कर वित्तीय सम्बल प्रदान करना इसका मुख्य उद्देश्य है। इससे विद्यालयों की मूलभूत आवश्यकताओं एवं प्राथमिकताओं के लिए भामाशाहों/ दानदाताओं/ औद्योगिक संस्थाओं व क्राउड फंडिग के माध्यम से धनराशि का संग्रहण व प्रबंधन किया जाता है।
ज्ञान संकल्प पोर्टल पर कैसे बन सकते हैं डोनर:-
इंडिविजुअल डोनर– आप व्यक्तिगत रूप से राज्य सरकार के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नई पहल में अपना योगदान देकर प्रदेश के विकास में भागीदार बन सकते हैं।
कॉरपोरेट डोनर-आप एक कंपनी द्वारा एक विद्यालय को गोद लेकर, ब्लॉक स्तर पर सुधार कार्य या जिला स्तर पर उच्च गुणवत्ता की बुनियादी ढांचे की आपूर्ति उपलब्ध कराकर शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार की आर्थिक रूप से सहायता कर सकते हैं।
ज्ञान संकल्प पोर्टल पर दानदाता/भामाशाह/औद्योगिक संस्थानों हेतु विभिन्न श्रेणियां उपलब्ध हैं। ये हैं- विद्यालय गोद लेना -कंपनी/भामाशाह द्वारा प्रोजेक्ट बनाकर -विभाग द्वारा प्रदर्शित प्रोजेक्ट में योगदान देकर -मुख्यमंत्री विद्यादान कोष में सहयोग देकर -विद्यालय में दान देकर सहयोग प्रदान किया जा सकता है।